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किसानों को हुई मौज अब डीएपी और यूरिया सभी को फ्री मिलेंगे डीएपी और यूरिया खाद के आवंटन को मिली मंजूरी।

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अगस्त का महीना किसानों के लिए बेहद अहम होता है, क्योंकि इस समय खरीफ फसलों की बढ़वार अपने चरम पर होती है। अच्छी पैदावार के लिए डीएपी और यूरिया जैसे उर्वरकों की खपत में काफी वृद्धि हो जाती है। इसी को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने किसानों के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है। अब राज्य में 50-50 हजार मीट्रिक टन अतिरिक्त डीएपी और यूरिया खाद का आवंटन किया जाएगा, जिससे किसानों को उर्वरक की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

केंद्र सरकार ने दी अतिरिक्त आवंटन की मंजूरी

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और कृषि मंत्री रामविचार नेताम की पहल पर केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने यह फैसला लिया। राजधानी दिल्ली में हुई बैठक में राज्य के सांसदों ने स्पष्ट किया कि खरीफ सीजन के दौरान खाद की मांग निर्धारित सप्लाई प्लान से कहीं अधिक है। किसानों की जरूरत को देखते हुए केंद्र ने तुरंत अतिरिक्त खाद आवंटन की मंजूरी दे दी।

राज्य में अब तक हुई खाद की आपूर्ति

खरीफ सीजन के लिए जुलाई माह तक छत्तीसगढ़ को यूरिया की 5.99 लाख मीट्रिक टन और डीएपी की 2.68 लाख मीट्रिक टन आपूर्ति तय की गई थी। लेकिन वास्तविक रूप में अब तक यूरिया की 4.63 लाख मीट्रिक टन और डीएपी की 1.61 लाख मीट्रिक टन मात्रा ही प्राप्त हुई है। अगस्त में यूरिया की 57,600 मीट्रिक टन और डीएपी की 36,850 मीट्रिक टन की योजना पहले से थी, लेकिन बढ़ी हुई मांग को देखते हुए इसमें अतिरिक्त 50-50 हजार मीट्रिक टन जोड़ दिया गया है।

खरीफ सीजन में वितरण योजना

साल 2025 के खरीफ सीजन के लिए भारत सरकार ने छत्तीसगढ़ को यूरिया 7.12 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 3.10 लाख मीट्रिक टन और एमओपी 60 हजार मीट्रिक टन उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया था। 11 अगस्त तक राज्य में 6.72 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 2.14 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 80 हजार मीट्रिक टन एमओपी का भंडारण किया जा चुका है।

वैकल्पिक उर्वरकों से होगी पूर्ति

मिलीं अधिकारी रिपोर्ट्स के अनुसार, डीएपी की कमी को पूरा करने के लिए एनपीके और एसएसपी जैसे वैकल्पिक उर्वरकों का भी भंडारण किया गया है। एनपीके का लक्ष्य 1.80 लाख मीट्रिक टन था, लेकिन 2.37 लाख मीट्रिक टन स्टॉक उपलब्ध है। वहीं एसएसपी का लक्ष्य 2 लाख मीट्रिक टन था, जिसके मुकाबले 2.95 लाख मीट्रिक टन स्टॉक रखा गया है। इससे किसानों को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व युक्त खाद आसानी से मिल सकेगा।

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